- Get link
- X
- Other Apps
Featured post
loading...
loading...
- Get link
- X
- Other Apps

टीम शंखनाद भारत का सोशल मीडिया एक्टिविस्ट है, और आप सभी शंखनाद को जानते हैं, वो हमेशा सामाजिक, राजनितिक मुद्दों पर सोशल मीडिया पर अपने विचार रखने के लिए मशहूर है, और शंखनाद से देश के वामपंथी जिहादी और सेक्युलर सभी नफरत भी करते है
और इस नफरत का कारण ये है की शंखनाद इन सभी को एक्सपोज करता है, शंखनाद ने कासगंज में हुई हिंसा और 2 हिन्दू युवकों की हत्या के बाद एक कड़ा प्रश्न किया है, और इस प्रश्न के मायने काफी गहरे है, शंखनाद ने जो प्रश्न उठाये है वो काफी तीखे है और इसी कारण हम इसे दैनिक भारत के पाठकों के सामने भी रख रहे हैं
1.Has any Muslim actor tweeted in support of #ChandanGupta ?
2.Did any Muslim remove his surname over #Kasganj ?
3.Has any Muslim called Muslim murderers as terrorists ?
Never, only Hindus are infected with #secular virus !
शंखनाद ने प्रश्न किया है की क्या किसी मुस्लिम एक्टर ने कासगंज में मार दिए गए चन्दन गुप्ता पर ट्वीट किया है, मुस्लिम एक्टर तो छोड़िये किसी सेक्युलर एक्टर ने भी चन्दन गुप्ता जैसे युवा के क़त्ल पर 1 भी ट्वीट नहीं किया है, चन्दन गुप्ता के अलावा राहुल उपाध्याय को भी मार दिया गया, पर अख़लाक़ पर रोने वाला बॉलीवुड गैंग चुप है
शंखनाद ने ये भी प्रश्न किया है की क्या किसी मुस्लिम एक्टर ने अपना सरनेम बदला है, आपको याद होगा भंसाली को एक थप्पड़ मारा गया था तो एक भांड फिल्मबाज़ ने अपना सरनेम बदल दिया था और हिन्दुओ को एक थप्पड़ के बाद आतंकी घोषित कर दिया गया था, कासगंज में मुस्लिमो ने तिरंगा यात्रा रोकी उसपर हमला किया, पाकिस्तान जिंदाबाद हिंदुस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए, फिर भी किसी मुस्लिम एक्टर को इसपर शर्म नहीं आयी
शंखनाद ने ये भी प्रश्न किया है की जो मीडिया और फिल्मबाज़ अक्सर हिन्दुओ को 5 मिनट में आतंकी, गुंडे घोषित कर देते है क्या उन्होंने कासगंज की घटना के बाद "मुस्लिम गुंडे, मुस्लिम आतंकी" जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया है, अभी कुछ दिनों पहले मीडिया राजपूत गुंडे, हिन्दू गुंडे कर रही थी, कासगंज पर वही मीडिया "विशेष समुदाय, दूसरे समुदाय" जैसे शब्दों से काम चला रही है
शंखनाद ने साफ़ शब्दों में कहा की सेकुलरिज्म की जो गन्दी बीमारी है जो की कैंसर के सामान है वो सिर्फ हिन्दुओ के अंदर ही है, हिन्दू ही थप्पड़ के बाद अपना सरनेम बदलता है, मुस्लिम तो आतंकवाद और कत्लेआम पर भी अपना सरनेम बदलना तो छोड़िये, आतंकवाद और कत्लेआम की निंदा तक नहीं करते, और 1 भी मुस्लिम एक्टर ने चन्दन गुप्ता या राहुल उपाध्याय पर 1 ट्वीट तक नहीं किया
loading...
Comments
Post a Comment