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मुस्लिम लड़की के इस काम से घबराये कट्टरपंथियों ने की बेहद घटिया हरक़त – पहले किया फतवा जारी और अब लड़की के साथ……..



एक लड़की जिसने अपने टैलेंट और अपने पैशन को अपनी जीविका का जरिया बनाया तो इस्लाम के उसूल उसके भी ख़िलाफ़ हो गए l उसूलों की लड़ाई हुई और हालात अब ये हैं कि उसूलों का हवाला देकर अब उस लड़की के घर पर पत्थर फैंके गए l जान से मारने की धमकियाँ और फतवा तो पहले से जारी हो चुका है लेकिन अब धर्म के ठेकेदारों ने इस लड़की के घर पर पत्थर भी फैंके l
इस्लाम को मानने वाले कहते हैं कि इस्लाम शांति का पाठ पढ़ाता है, लेकिन दुनिया में कहीं भी देख लीजिये, कोई भी आतंकी जब निर्दोष लोगों, महिलाओं और बच्चों पर गोलियां बरसाता है, तो उसका नाम कसाब, अब्दुल या रहमान ही होता है l
हाल ही में देख लीजिये रायपुर की योग टीचर राफिया के घर पर जमकर पत्थर बरसाए गए और उनका कसूर सिर्फ ये है कि वो योग सिखाती हैं l
झारखंड की राजधानी रांची में हटिया इलाके में रहने वाली मुस्लिम योगटीचर राफिया नाज के योग सिखाने के ख़िलाफ़ उनके समुदाय से मिली धमकी और उसके घर पर कुछ कट्टरपंथियों द्वारा पत्थर फेंकने के बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
रांची के पुलिस उपाधीक्षक विकासचंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि राफिया को बाबा रामदेव के मंच पर योग करने के ख़िलाफ़ उसके समुदाय के ही कुछ लोगों ने धमकी दी थी। इसकी उसने दो दिनों पहले वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कुलदीप द्विवेदी से शिकायत की थी। इसके बाद उसे पुलिस सुरक्षा दी गई थी।
श्रीवास्तव ने कहा कि शुक्रवार को एक टीवी चैनल पर उसका साक्षात्कार दिखाए जाने के बाद कथित तौर पर कुछ लोगों ने उसके घर पर पत्थर फेंके। इसके बाद खुद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने उसके घर का दौरा कर उससे और उसके परिजनों से मुलाकात की और उसे पूरी सुरक्षा का आश्वासन दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है और पूछताछ के लिए कुछ लोगों को थाने बुलाया गया है।
इस बीच राफिया नाज के घर पर पुलिस की दो क्विक रिस्पॉन्स टीम भी तैनात कर दी गई हैं। उसके घर की सुरक्षा की जिम्मेदारी क्षेत्र के पुलिस उपाधीक्षक विकास पांडेय खुद देख रहे हैं।
गौरतलब है कि बाबा रामदेव के साथ योग शिविर में नजर आ चुकीं रांची में हटिया के डोरंडा इलाके की रहने वाली राफिया नाज योग सिखाकर अपनी आजीविका चलाती हैं। योग सिखाने के चलते उनके ख़िलाफ़ कथित तौर पर फतवे के जरिये धमकाया गया था। इसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ा था।
एक लड़की ये योग सिखाना शुरू किया और उसके घर पर पत्थर फैंके गए, ये कैसी शांति है और ये कैसे शांतिदूत हैं ? धर्म के नाम पर अपनी आजीविका चलाने के लिए योग सिखाने वाली एक लड़की के घर पर पत्थर फेंकना कहाँ तक जायज़ है ?

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