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200 मस्जिदों पर हुई अबतक की सबसे बड़ी कार्रवाई, अंदर से जो मिला उसे देख जाँच एजेंसियां रह गयीं दंग



आज आतंकवाद सिर्फ एक देश की समस्या नहीं रह गया है, बल्कि आज यह दुनिया के हर लगभग देश पर हमला कर रहा है और यही वजह है कि पीएम मोदी जहाँ भी विदेशी दौरे पर जाते हैं, सबसे पहले वहां आतंकवाद का ही मुद्दा उठाते हैं, ताकि जो देश अभी तक सोये हुए हैं वे भी जाग जाएँ l ऐसी ही बड़े आतंकी हमले के बाद पुलिस ने 200 से ज़्यादा मस्जिदों में रेड डाली, और फिर वहां से जो हाथ लगा उसे देख ख़ुफ़िया एजेंसियों की भी आखें फटी रह गयीं l
खबर के मुताबिक पिछले कुछ वक़्त से पश्चिमी देशों में आंतकवाद अपनी जड़ें फैला रहा हैं l ऐसे ही दो साल पहले नवंबर के महीने में ही फ्रांस में बड़े आतंकी हमले को कौन भूल सकता हैं l इसमें 130 लोग मारे गए थे और 350 घायल हो गए थे l इस आतंकी घटना से पूरी दुनिया सन्न रह गयी थी, जिसके बाद फ्रांस ISISऔर आतंकवाद के ऊपर पूरीताक़त से टूट पड़ा था और आज भी जारी है l
इस घटना के बाद फ्रांस ने आंतकियों से बदला लेने की ठानी और IS के ठिकानों पर हवाई हमले करने के साथ-साथ अब तक 200 से ज़्यादा मस्जिदों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की कार्रवाई हुई l
इस दौरान फ्रेंच पुलिस और ख़ुफ़िया एजेंसियों के हाथ जो लगा उसे देख तो उनके होश उड़ गए l ज़बरदस्त छापेमारी में कुछ मस्जिदों में आटोमेटिक AK-47 रायफल और गोलियों की खेप बरामद हुई l इसके साथ ही ISIS से जुड़े भड़काऊ वीडियो और दस्तावेज़ भी मिले, जिसमें फ्रांस के अंदर कैसे आतंक फैलाना है और कैसे लोगों को जिहाद के लिए तैयार करना है इसकी पूरी जानकारी दी गई थी l
पुलिस को यहाँ उन आतंकियों से जुड़ी ऑडियो रिकॉर्डिंग भी मिली, जो जिहाद के नाम पर लड़ते हुए मारे गए हैं l इस रिकॉर्डिंग में इन आतंकियों को हीरो की तरह पेश किया गया था l इसमें से ज्यादातर आतंकी जबत अल-नुस्रा गुट के थे, जिसे सीरिया में अल-कायदा की ही एक ब्रांच माना जाता है l
मस्जिदों पर ऐसी बड़ी कार्रवाई करने की हिम्मत शायद ही इससे पहले किसी देश ने दिखाई हो l छापेमारी कार्रवाई के दौरान फ्रेंच पुलिस ने 230 मुसलमानों को गिरफ्तार किया और 2300 से ज्यादा घरों में छापा मारा l घरों और मस्जिदों से पुलिस को 300 से ज्यादा छुपे हुए घातक हथियार भी मिले l
जिसके बाद खुद फ्रांस के आतंरिक मंत्री बर्नाड कैजेनुव ने कहा कि “पिछले 15 दिनों में हमने युद्ध में इस्तेमाल किए जाने वाले हथियार पकड़े हैं, जो पहले साल भर में पकड़े जाते थे l कुछ कट्टरपंथी और आतंकी मस्जिद की आड़ में आतंक फैला रहे हैं और मस्जिदें भी ऐसे आतंकियों को शह और पनाह दे रही हैं.”l
दरअसल फ्रांस इससे पहले कई कड़े कदम उठा चुका हैं और करीब 100 स्थानीय फ्रांसीसी जनप्रतिनिधियों ने मिलकर पेरिस में सड़कों पर मुसलमानों को जुमे (शुक्रवार) की नमाज पढ़ने पर रोक लगा दी थी l फ्रांस के मंत्रियों ने कहा कि “सार्वजनिक स्थल पर इस तरह कब्जा नहीं किया जाना चाहिए.”, जिसके बाद नमाज़ के विरोध में कई प्रदर्शन देखे गए l इसके साथ ही एक लोकप्रिय मस्जिद को भी बंद करा दिया गया l
गौरतलब है कि पिछले कुछ वक्त से पश्चिमी देश आतंक के निशाने पर हैं और इसकी बड़ी वजह है कि कभी भी इन देशों ने आतंक को उसके असली स्वरूप में कभी नहीं स्वीकारा l पहले यही देश आतंक को कानून-व्यवस्था से जोड़कर देखते थे और ऐसे में अब जब इन देशों पर आतंकी हमले हो रहे हैं तो उन्हें आतंक की असलियत समझ में आई l

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