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हिन्दुओ से खासकर राजपूत हिन्दुओ से क्यों चिढ़ते है भंसाली, उसपर बड़ी जानकारी



संजय लीला भंसाली बॉलीवुड के एक कुख्यात फिल्मबाज़ है, वो कई सारी फिल्मे बना चुके है, और हिन्दुओ के इतिहास, हिन्दुओ राजाओं, हिन्दू सूरवीरों पर भी भंसाली ने कई फिल्मे बनाई है, भंसाली की आगामी फिल्म पद्मावती सुर्ख़ियों में है, इस फिल्म में भंसाली हिन्दुओ को फिर अपमानित करने का काम कर रहे है 

इस से पहले भंसाली ने हिन्दू सुरवीर बाजीराव पेशवा को बाजीराव मस्तानी बना दिया, बाजीराव पेशवा वो हिन्दू सुरवीर थे जिन्होंने इस्लामिक शक्तियों को 41 युद्धों में गाजर मूली की तरह काटा था, बाजीराव पेशवा ने पेशावर तक हर हर महादेव का नारा लगाते हुए भगवा लहराया था, पेशवा का ऐसा सिक्का चलता था की उस ज़माने के हिंदुस्तान में जिसमे पाकिस्तान भी शामिल था, सिर्फ 7% मुसलमान बच गए थे, पर भंसाली ने बाजीराव पेशवा को बाजीराव मस्तानी बना दिया, और उन्हें एक मजनू के रूप में पेश किया 

बाजीराव इस्लामिक शक्तियों पर हमला करने के लिए महाराष्ट्र से 1 लाख की सेना लेकर उत्तर की तरह बढ़ रहे थे, जंगलों से होते हुए उनकी पूरी सेना चलती थी, वो बीमार हो गए, और बीमारी में उनकी मौत हो गयी, पर भंसाली ने उन्हें अपनी फिल्म में एक पागल के जैसे मौत होती है वैसा दर्शाया, इस से पहले भी भंसाली ने राम लीला नामक फिल्म बनाई थी, जिसमे बेहूदा गाने थे, भगवान् राम और सीता का अपमान भंसाली ने उस फिल्म में किया था 

और अब भंसाली उस रानी पद्मिनी का अपमान करने पर तुला हुआ है, जिस रानी ने इज़्ज़त के लिए लिए अपनी जान तक दे दी, बहुत से लोग ये सोचते है की, आखिर भंसाली एक के बाद एक अपनी  फिल्मो में हिन्दुओ को ही निशाना क्यों बना रहा है, और उसपर आज हमे एक  बड़ी जानकारी प्राप्त हुई है, जिसे हम आपके सामने रखना चाहते है, ध्यानपूर्वक देखिये 

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, लीला नाम की एक महिला थी, जो भुज के राजपूत हिन्दू के प्रेम में आ गयी थी, वो फिल्मो में काम करती थी, और डांस इत्यादि किया करती थी, भुज के राजा उसे अपने साथ मुंबई से भुज लेकर चले गए, और वहां उसके लिए महल में रहने के लिए अलग व्यवस्था कर दी गयी, उसी राजा से संजय नाम का बेटा उत्पन्न हुआ, परन्तु राजा ने उसे स्वीकार करने से इंकार कर दिया 

फिर संजय और उसकी माँ मुंबई आ गए, और नवीन भंसाली नामक कोर्डिनेटर के साथ संजय की माँ का विवाह हो गया, संजय उस समय 10 साल का था, फिर नवीन भंसाली ने उसे अपना नाम दे दिया, और इस शख्स का नाम हो गया संजय लीला भंसाली 

बाद में नवीन भंसाली की सुभाष घई से जान पहचान के कारण संजय लीला भंसाली को भी फिल्मबाजी में काम मिला, और ये आज एक प्रमुख फिल्मबाज़ डायरेक्टर है, राजपूत हिन्दू पिता ने संजय लीला भंसाली को नहीं अपनाया, और इसी  भंसाली हिन्दुओ खासकर राजपूत हिन्दुओ से चिढ़ते है, और इनकी फिल्मो से ये साफ़ भी होता है की हिन्दुओ के प्रति इनके मन में कितना द्वेष है 

source - http://www.dainik-bharat.org

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