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इस्लामिक कट्टरपंथियों ने गैर क़ानूनी फतवों के जरिये देश के कोहराम नफरत और उन्माद मचाया हुआ है, हर बार इस्लामिक कट्टरपंथी महिलाओं को अपने वाहियात फतवो के जरिये दबाने की कोशिश करते है, महिलाओं को ये गुलाम से अधिक नहीं समझते
रांची में इस्लामिक कट्टरपंथियों ने एक मुस्लिम महिला राफिया नाज़ के खिलाफ फतवा जारी किया है, साथ ही कई अन्य महिलाओं के खिलाफ भी फतवा जारी किया गया है, फतवे में कट्टरपंथियों ने कहा है की योग इस्लाम में हराम है, और राफिया नाज़ जो योग करती है, और दूसरों को सिखाने का काम करती है वो फ़ौरन ये काम बंद कर दे
इस्लामिक कट्टरपंथियों ने ये भी धमकी दी है की अगर राफिया नाज़ ने योग सीखना बंद नहीं किया तो उनका और उनके परिवार का बुरा हाल कर दिया जायेगा, हुक्का पानी बंद कर दिया जायेगा, कट्टरपंथियों के फतवे और धमियों के बाद पुलिस ने राफिया नाज़ को सुरक्षा दी है
आपकी जानकारी के लिए बता दें की कट्टरपंथियों के गैर क़ानूनी होते है, क्यूंकि देश में कानून और संविधान है, यहाँ शरिया कानून बिलकुल हराम है गैर क़ानूनी है, पर अक्सर कट्टरपंथी फतवे जारी करते रहते है, कोई मुस्लिम महिला फिल्म में काम करे तो फतवा, कोई मुस्लिम महिला मेकअप करे तो फतवा, कोई मुस्लिम महिला योग सिखाये तो फतवा
पर आमिर खान जो फिल्म के लिए नंगा हो सकता है, वो जायज है, पर महिला योग सिखाये वो भी नाजायज है, इन कट्टरपंथियों के निशाने पर सिर्फ महिलाएं ही होती है, बाकि खुद ये लोग टीवी पर आते है, मदरसों में बच्चों के साथ नीच हरकत करते है, पोर्न देखते है, वो सब जायज है, बस महिला योग सिखाये तो ये कर देंगे उसका बुरा हाल
इन फ़तवेबाजों के खिलाफ देश में कड़ा कानून बनना चाहिए, क्यूंकि ये कट्टरपंथी जो फतवा देते है, वो असल में धमकी होती है, जो कानूनन अपराध है
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