- Get link
- X
- Other Apps
Featured post
loading...
loading...
- Get link
- X
- Other Apps

अब आखिर बच्चों को कैसे बचाया जाये, जब उन्ही का अब्बू उनका शिकार करने पर तुले हुए हो, अब पुलिस और प्रशासन क्या कर लेगा, जब सलीम जैसे अब्बू जो दिन रात हवस की आग में जलते है, 72 हूरों के साथ चिकने गिलमा का ख्वाब देखते है, वही अपने बच्चों को अपने हवस के आग में जलाने पर आमादा हो
मामला है मोहाली का, जहाँ पर 47 साल के सलीम ने अपने हवस के आग में अपने 17 महीने के बच्चे को अपनी हवस का शिकार बनाया, और जिस से उसके बच्चे की मौत हो गयी इसके बाद इस कपटी ने पुलिस को ये भी बताया की उसके बेटे का क़त्ल किसी और ने खेतों में घुसकर किया है, और उसके कातिल को भागते हुए भी देखा था
मोहाली के डेराबस्सी में सलीम अपनी गर्भवती बीवी और 4 बेटियों के साथ रहता था, पेशे से सलीम खेतों में काम करने वाला मजदुर था, उसका 1 बेटा भी था जिसकी उम्र मात्र् 17 महीने की थी, सलीम ने अपनी हवस की आग में अपने इसी 17 महीने के बेटे को जला दिया
जब शव पुलिस द्वारा प्राप्त किया गया तो सलीम का कहना था की उसके बेटे का क़त्ल किसी ने खेत में घुसकर किया, और उसने किसी को भागते हुए भी देखा, जब पुलिस ने छानबीन की और कड़ाई से पूछताछ की तो सलीम मियां ने सारी हकीकत बता दी
दरअसल सलीम मियां गिलमो के शौखीन थे, जन्नत में गिलमे मिलेंगे, गिलमो के साथ जन्नत में क्या करेंगे, उसकी प्रैक्टिस वो अपने ही बेटे के साथ कर रहे थे, और इसी सिलसिले में सलीम मियां ने अपने ही बेटे को मौत के घाट उतार दिया
source - http://www.dainik-bharat.org
loading...
Comments
Post a Comment